*हापुड़ क्राइम राष्ट्रीय हिंदी समाचार पत्र, 15-04-2020*◻◻◻
*जनपद हापुड़ के तगासराय क्षेत्र में डेयरी के पशुओं को अपनी स्वेच्छा से पशु पालकों ने सुल्तानपुर, सलाई क्षेत्र से लाये गए चुकंदर एवं उसके पत्ते खिलाए गए। जबकि जनपद हापुड़ में हरा चारा,भूसा, खल इत्यादि की भरपूर मात्रा उपलब्ध है।*◻◻◻◻◻
*चुकंदर एवं उसके पत्ते आदि खाने के उपरांत डेयरी के पशु गाय-भैंसों पशुओं में दम घुटना, मुंह से राल जाना,पेट फूलना एवं पेट दर्द आदि के दिखे लक्षण। स्थानीय नागरिकों द्वारा पशुपालन विभाग को दी गई जानकारी। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने सूचना प्राप्त होने पर तत्काल डॉक्टर जितेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में पशु चिकित्सीय टीम को मौके पर भेजकर जांच करने हेतु किया निर्देशित।*◻◻◻
*आज दिनांक 15 अप्रैल 2020 को तगासराय हापुड क्षेत्र स्थित कैलाश, ईश्वर एवं संदीप तथा स्वर्ग आश्रम रोड पर स्थित हरिओम आदि द्वारा अपने डेयरी के पशु गाय, भैंसों आदि को सुल्तानपुर सलाई क्षेत्र से लाए गए चुकंदर एवं उसके पत्ते आदि अपनी स्वेच्छा से खिलाए गए जिसको खाने के उपरांत उनके लगभग 30 पशुओं में दम घुटने, मुंह से राल जाने, पेट फूलना एवं पेट दर्द आदि लक्षण उत्पन्न होने लगे। लक्षणों को देंख स्थानीय नागरिकों द्वारा पशुपालन विभाग हापुड को सूचित किया गया। जिसकी सूचना मिलने के उपरांत तत्काल मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद द्वारा पशु चिकित्सक डॉक्टर जितेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में पशु चिकित्सक व सहयोगी कर्मचारियों की टीम तैयार कर मौके पर पहुंचकर जाँच करने हेतु निर्देशित किया गया। पशु चिकित्सा टीम के द्वारा मौके पर पहुंचकर पशुओं की चिकित्सा प्रारंभ की गई, किंतु कुछ ही समय में कैलाश की चार भैंस तथा ईश्वर व संदीप की 4 भैंस, एक गाय व एक बछड़े तथा स्वर्ग आश्रम रोड पर स्थित हरिओम डेयरी की दो गाय एवं एक बछिया की आकस्मिक मृत्यु हो गई। शेष पशुओं की चिकित्सा जारी है। छह-सात पशुओं की स्थिति गंभीर बनी हुई है। चिकित्सीय टीम द्वारा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को अवगत कराया गया कि पशुओं में दम घुटना, मुंह से राल जाना, पेट फूलना एवं पेट दर्द आदि के लक्षणों का होना ज्ञात हुआ है। जिसको देखते हुए पशुओं में पॉयजनिंग की मात्रा का अधिक सेवन होना प्रतीत होता है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया कि अधिक मात्रा में कीटनाशक स्प्रे किए जाने से तथा वर्षा आदि ना होने से फसलों में कीटनाशक के अवशेष रह जाते हैं। पशु पालकों द्वारा सस्ती दर पर चुकंदर उपलब्ध होने के कारण भूसे-चारे के स्थान पर कई बार अधिक मात्रा में कीटनाशक युक्त चुकंदर खिलाए जाने से यह कोई पोयजनिंग हो जाती है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने अवगत कराया कि जिन क्षेत्रों को कोरोना वायरस के दृष्टिगत रखते हुए जनसामान्य की सुरक्षा हेतु सील किया गया है उनमें पशु पालकों से अपेक्षा की जाती है कि वह जिला प्रशासन द्वारा भूसा, चोकर खल एवं हरा चारा हेतु नामित विक्रेताओं से ही गुणवत्ता परक चारा खरीद कर पशुओं को खिलाया जाए। जिससे इस प्रकार की पशु हानि से बचा जा सके। जनपद में हरा भूसा चारा, खल चोकर आदि की भरपूर मात्रा उपलब्ध है किसी भी प्रकार की पशु चारा एवं रातव आदि की उपलब्धता न होने पर तत्काल पशुपालन विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के दूरभाष संख्या 7302687519 तथा डीबीएन निर्वाण ट्रस्ट के प्रबंधक विनय केदार के दूरभाष संख्या 9457014777 पर संपर्क किया जा सकता है।।*